व्यापार विकास
ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) का व्यवसायिक विकास विभाग द्वि-आयामी विकास रणनीति पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यावसायिक विकास गतिविधियों के माध्यम से ओआईएल के विकास में संलग्न है :
- भारत से बाहर की अन्वेषण और उत्पादन (ईएंडपी) परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के माध्यम से और
- भारत और विदेश में गैर-ईएंडपी ऊर्जा मूल्य श्रृंखला जैसे नवीकरणीय ऊर्जा, नगर गैस वितरण, पेट्रोकेमिकल्स, पाइपलाइन और एलएनजी व्यापार में विविधीकरण के माध्यम से।

विदेशी व्यापारिक पहल
ओआईएल ने ओमान में 1998-99 में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण के साथ अंतरराष्ट्रीय तेल और गैस कारोबार में कदम रखा। वर्तमान में, ओआईएल के 10 तेल और गैस ब्लॉकों में भागीदारी हित हैं जो 7 देशों नामत: रूस, वेनेजुएला, नाइजीरिया, गैबॉन, लीबिया, मोज़ाम्बिक और बांग्लादेश में फैले हैं। कंपनी का अन्वेषी खोजी व उत्पादक परिसंपत्तियों का एक विविध पोर्टफोलियो है जिसे कम्पनी ने अपने समेकित अनुभव के आधार पर लीबिया, गैबॉन और म्यांमार की विदेशी परिसंपत्तियों को प्रचालक के रूप में प्राप्त किया है।
ओआईएल ने अपनी क्षमताओं को सुदृढ़ किया है तथा तेल और गैस क्षेत्र में विश्व स्तरीय कंपनी बनने के लिए आईओसी और एनओसी के साथ उल्लेखनीय ठोस गठबंधन का निर्माण किया है। इसने भारत की ऊर्जा सुरक्षा, विकास और कंपनी के लिए एक संतुलित तेल और गैस पोर्टफोलियो बनाने हेतु रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देशों में कई उल्लेखनीय परिसंपत्तियां अधिग्रहित की हैं। ओआईएल के कुछ उल्लेखनीय अधिग्रहणों में ये शामिल हैं: क मोजाम्बिक में खोजी गई बहु ट्रिलियन घन फुट (टीसीएफ) में अपनी पहली उच्च मूल्य विदेशी की परिसंपत्ति का अधिग्रहण जिसे विशाल एकीकृत ग्रीनफील्ड एलएनजी परियोजना के रूप में विकसित किया जा रहा है। ख रूस की दो उत्पादक परिसंपत्तियों टीवाईएनजीडी और वैंकोर्नेफ्ट में हिस्सेदारी
इस निवेश ने वापस भुगतान करना प्रारंभ कर दिया है। 31.03.2022 तक की स्थिति के अनुसार विदेशी उत्पादन और खोजी गई परिसंपत्तियों में तेल एवं गैस 2पी भंडारण की स्थिति 50.64 MMTOE थी। 2021-22 के दौरान, इन परिसंपत्तियों में ओआईएल के भागीदारी हित के अनुरूप विदेशी परिसंपत्तियों से उत्पादन 2020-21 के दौरान 2.10 एमएमटीओई की तुलना में 2.20 एमएमटीओई रहा। 31.03.2022 तक, रूस में वेंकोर्नेफ्ट और टीवाईएनजीडी में एसपीवी स्तर पर 663 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर राशि ओआईएल की हिस्सेदारी के अनुरूप लाभांश के रूप में प्राप्त हुई है।
घरेलू व्यापारिक विकास पहल
तेल और गैस परिसंपत्तियों के विदेशी अधिग्रहण के अलावा, ओआईएल ने ऊर्जा मूल्य श्रृंखला के अन्य क्षेत्रों में चुनिंदा विविधीकरण हेतु भी कदम उठाए हैं जहाँ ईएंडपी व्यवसाय कंपनी का मुख्य केन्द्र बना रहेगा, मौजूदा पोर्टफोलियो को संतुलित करने के लिए मिडस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम और नवीकरणीय ऊर्जा खंडों में चयनात्मक विविधता की योजना बनाई गई है। प्रस्तावित विविधताएँ मुख्यत: निम्नलिखित पर केंद्रित हैं। :
- नवीकरणीय ऊर्जा - पवन और सौर ऊर्जा।
- हरित हाइड्रोजन।
- नगर गैस वितरण।
नई संभावनाओं हेतु नवीन तकनीकों और अवधारणाओं को अपनाने में ओआईएल हमेशा सबसे आगे रहा है और राष्ट्र की स्थायी ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में आगे भी बढ़ा है। अपनी रणनीतिक योजना के एक हिस्से के रूप में ओआईएल ने विगत कुछ वर्षों में वैकल्पिक (नवीकरणीय) ऊर्जा क्षेत्र में, विशेष रूप से पवन और सौर क्षेत्रों में विविधीकरण किया है। ओआईएल ने वित्त वर्ष 2011-12 से नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रवेश किया है और अब तक 188 मेगावाट की वाणिज्यिक प्रकृति की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना की है, जिसमें 174 मेगावाट पवन और 14 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं, इन परियोजनाओं में कुल निवेश 1,230 करोड़ रुपये है। 2021-22 तक नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं से उत्पन्न कुल राजस्व 870 करोड़ रुपये है।
हरित हाइड्रोजन को अब 'भविष्य का ईंधन' माना जा रहा है। ओआईएल ने हरित हाइड्रोजन उत्पादन के लिए 10 किलोग्राम प्रति दिन क्षमता का देश का पहला प्रायोगिक संयंत्र जोरहाट, असम में चालू किया, जिसे 30 किलोग्राम प्रति दिन तक बढ़ाया जा सकता है। ओआईएल मौजूदा परियोजना में ही मिश्रित गैस के प्रभाव का आँकलन करने के उद्देश्य से प्राकृतिक गैस (NG) के साथ हरित हाइड्रोजन (GH2) के सम्मिश्रण पर एक अध्ययन के साथ आगे दिशा में बढ़ने का प्रयास कर रहा है। यह अध्ययन आईआईटी, गुवाहाटी के सहयोग से किया जाएगा।
नगर गैस वितरण (सीजीडी) व्यवसाय के क्षेत्र में, ओआईएल ने अन्य भारतीय संघीय भागीदारों के साथ सहभागिता करते हुए, देश के विभिन्न हिस्सों में 7 भौगोलिक क्षेत्रों का प्राधिकार प्राप्त किया है। HPOIL गैस प्राइवेट लिमिटेड (HOGPL), OIL और HPCL (50%: 50%) के बीच JVC अम्बाला-कुरुक्षेत्र जिलों और कोल्हापुर जिला GA में CGD के लिए बुनियादी ढाँचा बिछा रही है। यह JVC अब दोनों GA में 22 CNG स्टेशनों का प्रचालन कर रही है। पूरवा भारती गैस प्राइवेट लिमिटेड (पीबीजीपीएल), ऑयल इंडिया लिमिटेड, असम गैस कंपनी लिमिटेड और गेल गैस लिमिटेड (26%:48%:26%) के बीच एक अन्य संयुक्त उद्यम कंपनी, ने कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों में 290 कनेक्शनों के साथ घरेलू पाइप प्राकृतिक गैस की आपूर्ति शुरू कर दी है। OIL (49%) और AGCL (51%) के भागीदार संघ ने सफलतापूर्वक बोली लगाई है और नगर गैस वितरण के लिए 3 नए भौगोलिक क्षेत्र (GAs) प्राप्त किए हैं - असम में एक GA और त्रिपुरा में दो GA। मार्च 2022 में जीए के प्राधिकृत होने संबंधी पत्र की प्राप्ति हुई। इन जीए की देखरेख हेतु जेवीसी के निर्माण की प्रक्रिया निर्माणाधीन है।
ओआईएल कारोबार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित और ईमानदार प्रयास करना जारी रखेगी ताकि कंपनी को सबसे तेजी से बढ़ती वैश्विक उपस्थिति वाली ऊर्जा कंपनी के रूप में स्थापित कर सके, भारत की ऊर्जा सुरक्षा के प्रति सकारात्मक योगदान दे सके और अंतर्राष्ट्रीय ईएंडपी व्यवसाय में एक उल्लेखनीय भारतीय उद्यम के रूप में उभर सके।
हाँलाकि ई एंड पी व्यवसाय कंपनी का मुख्य केन्द्र बना रहेगा, मौजूदा पोर्टफोलियो को संतुलित करने के लिए मिडस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम और नवीकरणीय ऊर्जा खंडों में चयनात्मक विविधता की योजना बनाई गई है। प्रस्तावित विविधीकरण मुख्यत: निम्नलिखित पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- नवीकरणीय ऊर्जा पवन और सौर ऊर्जा।
- नगर गैस वितरण।
- हरित हाइड्रोजन।
- इलेक्ट्रिक स्टोरेज सिस्टम।